हमारे भारत देश मैं सभी धर्मो के लोग निवास करते है और प्रत्येक धर्म की अपनी अलग अलग परम्पराये होती है | आज हम आपको हिन्दू धर्म की एक ऐसी परम्परा के बारें मैं बताएँगे जिसे निभाया तो सबने है मगर असली और सही कारण कुछ ही लोग जानते है | उस परम्परा का नाम है "विदाई" | हालाँकि लड़की की "विदाई" यू तो शादी के बाद ही हो जाती है मगर जब भी लड़की अपने मायके आती है और मायके से अपने ससुराल जाती है तब भी लड़की की विदाई की जाती है लेकिन मायके वाले अपनी लड़की को कभी भी बुधवार के दिन ससुराल नहीं भेजते है | शास्त्रों मैं इस रिवाज के पीछे कई कारण है और ये कारण आपको भी जानने चाहिए तो चलिए जानते है उन कारणों के बारें मैं जिनके कारण लड़की को बुधवार के दिन ससुराल नहीं भेजना चाहिए...
शास्त्रों के मुताबिक बेटी की विदाई के लिए बुधवार का दिन शुभ नहीं माना गया है | अगर बुधवार के दिन बेटी की विदाई की जाती है तो उसे साथ अपशगुन हो सकता है जैसे -
1 . जीवन मैं आ सकते है संकट
बुधवार के दिन अपनी बेटी की विदाई नहीं करनी चाहिए क्योंकि शास्त्र भी विदाई के लिए इस दिन को शुभ नहीं मानते है अगर इस दिन बेटी की विदाई की जाती है तो उसके ऊपर दुखो का पहाड़ टूट सकता है | अगर बेटी की कुंडली मैं बुध ग्रह भारी है तो बिलकुल भी अपनी बेटी को ना भेजे नहीं तो आपकी बेटी की जिंदगी मैं बहुत भारी संकट आ सकते है |
2 . टूट सकते है ससुराल से रिश्ते
शास्त्रों के अनुसार ऐसा कहा जाता है की बुधवार के दिन यदि आपकी बेटी ससुराल जाती है तो उसके ससुराल वालो से रिश्ते टूट सकते है | हर माँ बाप की यही इच्छा होती है की उसकी बेटी अपने ससुराल मैं खुश रहे और उसे किसी भी प्रकार का दुःख न हो इसलिए अपनी बेटी को बुधवार के दिन कभी भी नहीं भेजना चाहिए |
3 . रस्ते मैं हो सकता है हादसा
शास्त्रों के अनुसार यदि आप अपनी बेटी को बुधवार के दिन भेजते है तो ये बहुत ही अपशगुन माना जाता है और रास्ते मैं हादसा होने का योग बनता है इसलिए आप अपनी बेटी को बुधवार के दिन ना भेजे |
4 . बेटी की सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर
ऐसा माना जाता है की यदि बुधवार के दिन बेटी की विदाई करते है तो ग्रहो की स्थिति ख़राब हो सकती है और उसका असर आपकी बेटी के स्वास्थ्य पर पड़ सकता है इसलिए अपनी बेटी को कभी भी भूलकर भी बुधवार के दिन ससुराल नहीं भेजे |